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एब्स्ट्रैक्ट:इमेज कॉपीरइटGetty/PIBचुनाव आयोग ने सपा नेता आज़म ख़ान और भाजपा नेता मेनका गांधी पर आचार संहिता उल्लं
इमेज कॉपीरइटGetty/PIB
चुनाव आयोग ने सपा नेता आज़म ख़ान और भाजपा नेता मेनका गांधी पर आचार संहिता उल्लंघन के मामले में कार्रवाई करते हुए प्रचार करने पर कुछ वक़्त की रोक लगा दी है.
इससे पहले चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती पर भी ऐसी कार्रवाई कर चुका है.
आज़म ख़ान पर भाजपा नेता जया प्रदा को लेकर की गई टिप्पणी के बाद चुनाव आयोग ने उन्हें 72 घंटे तक प्रचार करने से रोक दिया है.
वहीं मेनका गांधी को भी सुल्तानपुर में मुसलमानों से वोट न देने पर काम न करने की बात पर चुनाव आयोग ने 48 घंटे तक प्रचार नहीं करने की पाबंदी लगाई है.
छोड़िए ट्विटर पोस्ट @ANINewsUP
Election Commission bars Union Minister and BJP leader Maneka Gandhi from election campaigning for 48 hours starting from 10 am tomorrow, for violating Model Code of Conduct during her election campaign held in Sultanpur. #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/XIFzCm2pQC
— ANI UP (@ANINewsUP) 15 अप्रैल 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @ANINewsUP
मेनका गांधी: मुसलमानों पर दिए बयान पर मिला नोटिस, दी सफ़ाई
आयोग ने योगी पर तीन दिनों के लिए और मायावती पर दो दिनों के लिए पाबंदी लगाई है जो 16 अप्रैल को सुबह छह बजे से लागू हो जाएगी.
चुनाव आयोग से सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वो कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है. सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद ही चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की है.
मायावती का इनकार, इनकार के बहाने प्रचार
मायावती ने अपने प्रेस कांफ्रेस में कहा, “मैंने अंचार संहिता कोई उल्लंघन नहीं किया है. मैं ने अलग अलग धर्मों के लोगों से वोट बांटने की अपील नहीं की थी. मैंने एक ही धर्म के मुस्लिम समाज के दो उम्मीदवारों में से एक उम्मीदवार के पक्ष में वोट करें.”
“ये दो धर्मों के बीच नफरत फैलाने की बात में कतई नहीं आता है. अगर दो धर्म के उम्मीदवार होते तो ये बात समझ में आती है. लेकिन ऐसा नहीं था.”
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मायावती ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में मोदी पर आरोप लगाया कि वे लगातार सेना का नाम ले रहे हैं, जिस पर चुनाव आयोग की नजर नहीं जाती है. मायावती ने कहा, “चुनाव आयोग ने मेरे पर पाबंदी लगा दी है, योगी पर भी लगाई है लेकिन मोदी जी को क्यों नोटिस नहीं मिलता.”
मायावती ने ये भी कहा कि पाबंदी कल की है तो वह आगरा की रैली में हिस्सा नहीं ले पाएंगी. लेकिन रैली होगी, जिसमें अखिलेश यादव और चौधरी अजित सिंह हिस्सा लेंगे.
मायावती ने कहा कि प्रेस कांफ्रेंस के जरिए वे आगरा और फतेहपुर सिकरी में महागठबंधन के उम्मीदवार को जिताने की अपील कर रही हैं.
मायावती और योगी के बयानों को चुनाव आयोग ने आपत्तिजनक पाया है.
मायावती ने 7 अप्रैल को सहारनपुर में अपने भाषण में मुसलमानों से अपील करते हुए कहा था कि वो अपना वोट नहीं बँटने दें. सहारानपुर से हाज़ी फ़ैजल-उर-रहमान बीएसपी और गठबंधन साथियों के उम्मीदवार हैं. चुनाव आयोग ने मायावती के भाषण का वीडियो देखने के बाद पाया कि आपत्तिजनक था.
योगी आदित्यनाथ ने मेरठ की रैली में 'अली' और 'बजरंगबली' की टिप्पणी की थी. चुनाव आयोग ने योगी के इस बयान को आपत्तिजनक पाया और तीन दिन के लिए चुनाव अभियान पर पाबंदी लगा दी.
योगी ने नौ अप्रैल को मेरठ में कहा था, ''अगर कांग्रेस, सपा और बसपा को भरोसा 'अली' में है तो हमलोगों की आस्था बजरंगबली में है.''
अस्वीकरण:
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